
कोरिया MCB से महेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

कोरिया-छत्तीसगढ़ || कृषि विज्ञान केंद्र सल्का में सुशासन दिवस के अवसर दलहन-तिलहन क्षेत्र विस्तार कार्यशाला सह किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी सहित जिला पंचायत सदस्य श्रीमती वंदना राजवाड़े, मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी, जनपद अध्यक्ष श्रीमती सौभाग्यवती खुसरो सहित क्षेत्र के किसान बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी और मत्स्य पालन विभाग के अधिकारियों एवं वैज्ञानिकों ने दलहन-तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नई वैज्ञानिक पद्धतियों की जानकारी दी। किसानों को बताया गया कि जैविक खेती, मधुमक्खी पालन, बकरी पालन, और मुर्गी पालन से वे अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं।
कलेक्टर ने किया किसानों को प्रेरित
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने किसानों को धान के साथ-साथ दलहन, तिलहन और मक्का जैसी वैकल्पिक फसलों को अपनाने की अपील की। उन्होंने कहा, “वैज्ञानिक तरीकों और आधुनिक तकनीकों से खेती करने से न केवल उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।”
विशेष लाभ और वितरण
कार्यक्रम में किसानों को कई योजनाओं का लाभ दिया गया। किसानों को नि:शुल्क चना बीज वितरित किया गया। मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण प्राप्त किसानों को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। धान हितग्राही किसानों को माइक्रो एटीएम से 10,000 रुपये की राशि वितरित की गई।
विष्णु की पाती (पत्र) पढ़कर किसान खुश
किसानों ने कहा कि इस बार भी 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी कर रहे हैं। विगत वर्ष कृषक उन्नति योजना के तहत अंतर की राशि मिलने से काफी मदद मिली थी। धान खरीदी में पूरी पारदर्शिता रखी गई है, इसके लिए जिला प्रशासन को किसानों ने आभार व्यक्त किया। किसानों ने कहा मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का पाती (पत्र) पढ़कर मन को अच्छा लगा।
वैज्ञानिकों ने दिए सुझाव
कार्यक्रम में वरिष्ठ वैज्ञानिक कमलेश सिंह और उप संचालक कृषि श्री राजेश कुमार भारती ने किसानों को जैविक खेती और मधुमक्खी पालन की तकनीकों से परिचित कराया। उन्होंने बताया कि इससे न केवल पर्यावरण संरक्षण होगा, बल्कि किसानों को अधिक लाभ मिलेगा।






