छत्तीसगढ़-बलरामपुर || कलेक्टर श्री रिमिजियुस एक्का के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत जिले में गठित महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा विभिन्न ग्राम पंचायतों में गरीबी मुक्त गांव थीम पर आधारित “अंत्योदय दिवस” के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिले के सभी विकासखण्डों के विभिन्न ग्रामों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर सफलता की कहानियों का प्रदर्शन एवं साझा करते हुए लखपति दीदी, सफल उद्यमियों, उत्कृष्ट कैडरों द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं अनुभवों को साझा किया गया। इस दौरान ’’एक पेड़ मां के नाम’’ पर पौधरोपण अभियान अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर पौधारोपण किया गया।
स्वच्छता एवं सुपोषण पखवाड़ा अंतर्गत विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर ग्रामीण उत्थान के लिये कार्य करने हेतु सभी को शपथ ग्रहण करवाया गया। कार्यक्रम में सभी संकुल स्तरीय संगठन, ग्राम संगठन एवं विभिन्न महिला स्व-सहायता समूह के सदस्य, सामुदायिक कैडर, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला एवं विकासखंड स्तरीय अमला एवं ग्रामीण जन शामिल हुए।
गौरतलब है कि ’’अंत्योदय दिवस’’ प्रत्येक वर्ष 25 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन भारतीय समाज में गरीबों और वंचितों के उत्थान के प्रति समर्पण को दर्शाता है। अंत्योदय का अर्थ है ’’अंतिम व्यक्ति का उदय’’, अर्थात समाज के सबसे गरीब और पिछड़े व्यक्ति को समाज की मुख्यधारा में लाना है। यह दिवस महान समाज सुधारक और भारतीय जनसंघ के सह-संस्थापक पंडित दीनदयाल उपाध्याय से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने अंत्योदय के विचार को अपने जीवन का प्रमुख लक्ष्य बनाया था।
अंत्योदय दिवस पंडित दीनदयाल उपाध्याय को समर्पित दिन है। इस दिन पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती होती है। और उनके विचारों से समाज को जागरूक कराने के उद्देश्य से अंत्योदय मनाया जाता है। ग्रामीण विकास विभाग भारत शासन के मंशा अनुरूप इस वर्ष अंत्योदय दिवस को गरीबी मुक्त गाँव की थीम पर आयोजित किये जाने का आह्वाहन किया गया था।