बलरामपुर-छत्तीसगढ़ || आलम साय प्रजापति की कहानी लोगों के लिए प्रेरणा है कि कैसे सरकारी योजनाएं जरूरत मंद लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकती है। ग्राम सुर्रा के निवासी आलमसाय प्रजापति एक मेहनती कुम्हार हैं। मिट्टी के घड़े, दीये और अन्य के उत्पाद बनाना उनका पारंपरिक पेशा है, यह काम उनके जीवनयापन का एकमात्र साधन है। आलम साय का संयुक्त परिवार, जिसमें उनकी पत्नी, बेटा और बहू हैं, एक कच्चे मकान में रहते हैं। आर्थिक तंगी के कारण परिवार को विभिन्न परिस्थितियों में जीवन के हर पड़ाव पर संघर्ष करना पड़ता था। लेकिन अब सरकार की विभिन्न योजनाओं से आलम साय और उनके परिवार के जीवन में एक बड़ा बदलाव आया है।
योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित कर रही सरकार की प्रतिबद्धता
आलम साय के परिवार को नल-जल योजना के तहत शुद्ध पेयजल की सुविधा प्राप्त हुई है। पहले जहां परिवार को पानी के लिए दूर गांव के कुआं, डाबरी या अन्य संसाधनों पर निर्भर रहना पड़ता था, अब सरकार की हर घर जल अन्तर्गत शुद्ध पानी उनके घर तक पहुंच रहा है। इससे उनके परिवार को स्वास्थ्य और समय दोनों में लाभ हुआ है। खाद्यान्न योजना के तहत उनके परिवार को नियमित रूप से राशन मिलता है। अब उन्हें खाद्यान्न की चिंता नहीं रहती और बचा हुआ पैसा अन्य जरूरतों के उपयोग में लाया जाता है। वृद्धा पेंशन योजना के तहत आलम साय को हर महीने पेंशन की राशि मिलती है, जिससे उनकी वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा मिली है। वहीं, उनकी पत्नी और बहू को महतारी वंदन योजना के तहत हर महीने 01-01 हजार रुपये की सहायता राशि मिल रही है, जिससे परिवार के छोटे-मोटे खर्च पूरे हो रहे हैं।
पक्के घर का सपना हुआ साकार
आलम साय और उनके परिवार के लिए सबसे बड़ी खुशी तब आई, जब उन्हें और उनके बेटे को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान की स्वीकृति मिली। अब उनका वर्षों पुराना सपना पूरा होने जा रहा है। आलम साय का कहना है कि जल्द ही कच्चे मकान में रहने की समस्या से छुटकारा मिलेगा और पक्के आवास में निश्चित होकर अपने परिवार के साथ जीवन व्यतीत कर पाएंगे। आलम साय को शासन की योजनाओं से काफी राहत मिली है। वे अब अपना अधिक से अधिक समय मिट्टी के उत्पाद बनाने में लगाते हैं और उत्पादों को स्थानीय बाजार में बेचने से उनके आय में भी सुधार हुआ हैं। भावुक होकर आलम साय कहते हैं कि सरकारी योजनाओं ने हमारे जीवन को पूरी तरह बदल दिया है। पहले जहां हर दिन एक संघर्ष था, आज हम राहत महसूस कर रहे हैं। सरकार ने जो सहायता दी है, उससे हमें न केवल आर्थिक मजबूती मिली, बल्कि हमें आगे बढ़ने का हौसला भी मिला है। योजनाओं का लाभ देने के लिए आलम साय ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया है। यह कहानी केवल आलम साय की नहीं, बल्कि ऐसे सैकड़ों परिवारों की है, जिनकी जिंदगी इन योजनाओं के जरिए बेहतर हो रही है।