कोरिया MCB से महेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।
कोरिया-छत्तीसगढ़ || जिले को बाल विवाह मुक्त बनाने की दिशा में कदम उठाते हुए आज जिला कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने कलेक्टरेट सभाकक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत आयोजित कार्यशाला को संबोधित किया। इस दौरान कलेक्टर ने बाल विवाह के दुष्प्रभावों पर विस्तार से चर्चा करते हुए सभी संबंधित विभागों, समाज प्रमुखों और स्व-सहायता समूहों से सहयोग की अपील की।
कलेक्टर त्रिपाठी ने कहा कि बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के लिए जनप्रतिनिधियों, नगरीय निकाय, जनपद पंचायत अधिकारियों और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह है कि लड़के-लड़कियों में किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो और उनकी सेहत का विशेष ध्यान रखा जाए।”
इसके साथ ही, उन्होंने गांव-गांव में मुनादी कर बाल विवाह रोकने और इसके स्वास्थ्य व कानूनी दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता फैलाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने बेटियों की शिक्षा, सेहत और आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करने के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिससे वे अपने भविष्य को संवार सकें।
कार्यशाला में उपस्थित सभी अधिकारियों ने बाल विवाह के खिलाफ अभियान में अपनी पूर्ण भागीदारी का आश्वासन दिया, जिससे कोरिया को बाल विवाह मुक्त जिले के रूप में स्थापित किया जा सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत के सीईओ डॉ आशुतोष चतुर्वेदी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।