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पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना: कोरिया जिले में बढ़ी रुचि, 300 घरों का लक्ष्य ।

सौर ऊर्जा ग्रीन एनर्जी है और पर्यावरण के अनुकूल....

कोरिया MCB से महेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

कोरिया || छत्तीसगढ़ || प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना कोरिया जिले में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। इस योजना का उद्देश्य घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर बिजली बिल से मुक्ति दिलाना और ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना है।

39 हितग्राहियों ने कराया पंजीयन
जिले में 300 घरों में सोलर रूफटॉप प्लांट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब-तक 39 लाभार्थियों ने इस योजना के लिए पंजीयन करवा लिया है। वहीं, मोबाइल ऐप के माध्यम से 2,000 से अधिक लोगों ने रुचि दर्ज कराई है।

हितग्राहियों को राहत
बैकुंठपुर-तलवापारा निवासी श्री विष्णु पटेल और स्कूलपारा निवासी श्री मिथलेस कुमार ने क्रमशः 3 किलोवाट और 2 किलोवाट के सोलर पैनल लगवाने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि इस योजना की जानकारी समाचार पत्रों से मिली और उन्होंने तुरंत विद्युत विभाग से संपर्क किया। दोनों लाभार्थियों ने कहा कि इससे न केवल बिजली बिल में राहत मिलेगी, बल्कि वे ऊर्जा आत्मनिर्भर भी बनेंगे।

सब्सिडी का लाभ
योजना के तहत, सोलर पैनल की कुल लागत का एक हिस्सा सरकार द्वारा सब्सिडी के रूप में दिया जा रहा है। दो किलोवाट तक की सौर इकाई पर 60 प्रतिशत सब्सिडी। दो से तीन किलोवाट तक की क्षमता पर 40 प्रतिशत सब्सिडी दी जा रही है। अधिकतम 78,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है।

 

पंजीयन प्रक्रिया
योजना का लाभ लेने के लिए नागरिकों को ऑनलाइन पंजीयन करना होगा। पंजीयन के बाद पात्र हितग्राहियों को बैंक खाते की जानकारी और कैंसिल चेक जमा करना होगा। सब्सिडी की प्रक्रिया पूर्ण होने में लगभग 30 दिन का समय लगेगा।

कलेक्टर ने की अपील
कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी ने जिलेवासियों से योजना का लाभ उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा, “सौर ऊर्जा ग्रीन एनर्जी है और यह पर्यावरण के अनुकूल है। छत पर सोलर पैनल लगाने से बिजली मुफ्त में उपलब्ध होगी और बची हुई बिजली पावर कंपनी को देकर अतिरिक्त लाभ भी मिलेगा।” कलेक्टर ने आम बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के पोर्टल या मोबाइल ऐप पर पंजीयन कराकर अपने घर को सौर ऊर्जा से रोशन करें और ऊर्जा आत्मनिर्भर बनें।

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