कोरियाछत्तीसगढ़

जिले के 20 हजार से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर बेचे हैं धान,अन्नदाताओं के खाते में पहुंची 295 करोड़ रुपए से अधिक की राशि।

कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी देर रात तक धान खरीदी प्रक्रिया पर अधिकारियों को देते रहे दिशा-निर्देश।

कोरिया MCB से महेश कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

कोरिया || जिले में इस खरीफ वर्ष के लिए 21 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 23 हजार 117 किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था। बता दें 14 नवम्बर 2024 से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रक्रिया शुरू हुई थी जिसकी अंतिम तिथि 31 जनवरी 2025 थी।

देर रात तक धान खरीदी प्रक्रिया पर रहीं कलेक्टर की नजरें
कलेक्टर श्रीमती चन्दन त्रिपाठी धान खरीदी प्रक्रिया पर लगातार नजर रखी हुई थीं। वे लगातार सुबह से लेकर देर रात तक धान खरीदी के सम्बंध में अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते रहें।कलेक्टर, धान खरीदी केंद्र पहुंच कर व्यवस्था का जायजा लेती थीं और ग्रामीणों, किसानों से बातचीत कर वस्तुस्थिति से अवगत भी होती थीं। व्हाट्सएप ग्रुप में नोडल अधिकारियों, समिति प्रबन्धकों को भौतिक सत्यापन सहित अन्य आवश्यक कार्यों के लिए निर्देश देते रहे।

विगत वर्ष से अधिक धान खरीदी
जिले में खरीफ वर्ष 2023-24 में 19 हजार 654 किसानों से 124265.32 मे. टन धान खरीदी की गई थी, जबकि खरीफ वर्ष 2024-25 में धान खरीदी का लक्ष्य 137195 मे. टन के विरुद्ध 20 हजार 306 किसानों से समर्थन मूल्य पर बढ़कर 128475.12 मे. टन की खरीदी की गई। इस वर्ष बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत 295 करोड़ 49 लाख रुपए से अधिक का भुगतान इन अन्नदाताओं किया गया।

करीब 49 करोड़ रुपए की हुई ऋण वसूली
जिले के किसानों को 51 करोड़ 19 लाख रुपए से अधिक के कृषि ऋण वितरण किए गए थे, जिनमें से 48 करोड़ 80 लाख रुपए की ऋण वसूली किए जा चुके हैं।

कुल धान खरीदी का 75 प्रतिशत उठाव
जिले में 14 राइस मिल संचालकों ने अनुबंध किया गया है। इन 21 धान उपार्जन केंद्रों से अब-तक 14 राइस मिलो से 84320 मे. टन एवं संग्रहण केंद्र में 11726.57 मे. टन कुल 96046.57 मेट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है, जो कुल धान खरीदी का 75 प्रतिशत है।

13 प्रकरणों पर हुआ मामला दर्ज
जिले में अवैध धान भण्डारण, परिवहनों की लगातार निगरानी की जा रही थी, इस दौरान 13 प्रकरण दर्ज भी किया गया।

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