
बलरामपुर || वन परिक्षेत्र रामानुजगंज और आसपास के क्षेत्रों में हाथियों से फसलों व मानव जीवन को हो रहे नुकसान को देखते हुए वन विभाग ने गठित हाथी मित्र दल को सक्रिय किया है। पिछले कुछ वर्षों में चाकी, महावीरगंज समेत कई गांवों में हाथियों के विचरण से फसलों को व्यापक क्षति हुई है, साथ ही ग्रामीणों में हाथियों से भय भी बनी हुई है। इसी के दृष्टिगत वनमंडलाधिकारी श्री आलोक बाजपेयी, हाथी विशेषज्ञ श्री अमलेंदु मिश्रा, उप वनमंडलाधिकारी श्री संतोष पांडे, परिक्षेत्र अधिकारी श्री निखिल सक्सेना की उपस्थिति ग्राम चाकी में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें हाथियों के व्यवहार, उनके भटकने के कारण तथा उनसे सुरक्षित दूरी बनाए रखने के वैज्ञानिक तरीके समझाए गए। इस दौरान ग्राम पंचायत पुरुषोत्तमपुर में ग्रामीणों को काफी समय से विचरण कर रहे हाथी से बचने के उपाय, उनकी समस्याओं का निराकरण करने का प्रयास किया गया साथ ही उनकी मांग अनुसार सोलर हाई मास्ट लाइट, सोलर फेन्सिग के प्रस्ताव पारित कर मांगों को पूरा करने हेतु आश्वासन दिया गया।

प्रशिक्षण में बताया गया कि हाथी मित्र दल ग्रामीणों को सूचना देगा कि हाथी आते समय क्या करें और क्या नहीं, जैसे रात में खेतों पर न जाना, घरों के गेट बंद रखना तथा तुरंत वन विभाग को सूचित करना। इसके अतिरिक्त गश्त दल स्थानीय जंगलों में नियमित निगरानी बढ़ाएगा साथ ही अलर्ट सिस्टम व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से हाथी की आगमन आशंका समय पर साझा की जाएगी। विशेषज्ञों के मार्गदर्शन और तकनीकी माध्यमों के संयोजन से यह अभियान फसल संरक्षण, जान-माल की रक्षा और हरित मानव सह-अस्तित्व के दिशा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इस प्रशिक्षण से हाथी मानव संघर्ष घटेगा, फसलों व घरों को क्षति कम होगी।






