
बलरामपुर-छत्तीसगढ़ || छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायालय रामानुजगंज में योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उक्त योग शिविर कार्यक्रम में समस्त न्यायधीश व न्यायालय के अधिकारी-कर्मचारी तथा अधिवक्तागण शामिल हुए।
कार्यक्रम अवसर पर प्रधान जिला न्यायधीश ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि योग भारत की प्राचीन परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। यह दिमाग और शरीर की एकता एवं मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि योग लोगों को ध्यान से परिचित कराने के लिए है, यह हमारे शरीर और मस्तिष्क की ऊर्जा को उचित दिशा देने के लिए किया जाने वाला अभ्यास है। योग लोगों के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को उच्च स्तर तक पहुंचाता है। योग से अनेक प्रकार की बीमारियां दूर होती है। कार्यक्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश के साथ समस्त उपस्थित लोगों ने प्राणायाम, पादहस्तासन, अनुलोम, विलोम जैसे आसन का योगाभ्यास किया। साथ ही उन्होंने सभी आसनों के महत्व के बारे में बताया और निरंतर योग करने हेतु प्रेरित किया।







